Places Near Bangalore: नंदी हिल्स एक बहुत ही सुन्दर जग़ह हैं जहाँ की सुबह बहुत ही मनमोहक होती है। खाशकर सूर्य के उदय के समय, सूर्य जब बादलों के बीच से निकलता है तो लगता है की अगर कही स्वर्ग है तो यही है। जब मैं सनराइज पॉइंट पर पहुंचा तो थोड़ी देर हमें इंतजार करना पड़ा क्युकी मैं सूर्योदय से पहले पॉइंट पर पहुँच चुका था, थोड़ी ही देर में सूर्योदय हुआ और जो नजारा दिखा मैं शब्दों में व्यान नहीं कर सकता। इतना मनमोहक दृश्य मैंने कभी नहीं देखा था।
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Toggleबैंगलोर के नजदीक घूमने वाला जग़ह : नंदी हिल्स (Places Near Bangalore: Nandi Hills)
अब जानते है थोड़ी इस जग़ह के बारे में : यह जो हिल्स है बैंगलोर से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित है। इस जग़ह को पहले नंदी दुर्ग के नाम से जाना जाता था, इस जगह के बारे में ऐसा लोग मानते है की नंदी हिल्स का विकास लगभग 11वीं शताब्दी के आस पास में गंगा राजवंश द्वारा किया गया था। यहाँ का जो क़िले की दीवारें है जिसका निर्माण चिक्कबल्लापुर के पालेयगरों ने की थीं, बाद में राजा हैदर अली और उनके बेटे टीपू सुल्तान यहाँ पर गर्मी के दिनों में आराम करने के लिए इस दुर्ग को विस्तार करवाया था। जब अंग्रेज भारत पर शासन कर रहे थे तब उन्होंने नंदी हिल्स पर बागीचा और कुछ बिल्डिंग का निर्माण कराया जो बाद में इसको हिल स्टेशन के रूप में परिवर्तन होने पर कारगर साबित हुई जो लोगो को अपनी ओर आकर्षित करने में सच्छम हुआ। और बताते चलें की, नंदी हिल्स से कुछ प्रमुख नदियाँ निकलती है जैसे की उत्तरी पलार, दक्षिण पेन्नार, चित्रवती, अर्कावती और पापाघ्नी। यहाँ पर दक्षिण-पश्चिम में एक 60 मीटर के चट्टान है जिसे टीपू ड्राप के नाम से भी जाना जाता है, माना जाता है की जब भी किसी कैदी को मिर्तुदण्ड मिलता था तो इसी जगह पर लाकर चट्टान के पास खड़ा कर पीछे से धक्का दे दिया जाता था।
जैसे ही मुख्य दरबाजे से अंदर आयंगे तो बायीं तरफ एक तालाब/कुंड है जिसे मुख्य रूप से टीपू सुल्तान ने रानियों को स्नान करने के लिए और पानी को हिल्स पर स्टोर करने के लिए निर्माण किया गया था, जिसे हम आज भी देख सकते हैं, इसका निर्माण चट्टानों के टुकड़ों से हुआ हैं जो उस समय की मेहनत और अद्भुत निर्माण कला को दर्शाती हैं। इस कुंड/तालाब को अमृत सरोवर (Amrit Sarovar) के नाम से जाना जाता है।
बताते चले की जब आप सनराइज पॉइंट के पास पहुंचेगे तो सनराइज के मनोहरम दृश्य के अलावा वही पर भगवान शिव को समर्पित प्राचीन मंदिर हैं जिसे योगानंदीश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है जिसकी बनावट चोल शैली की वास्तुकला में है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार के पास दोनों तरफ द्वारपाल है, ऐसा माना जाता है की द्वारपाल प्रतिमाएँ विजयनगर के शासक कृष्णदेवराय की देन थीं।
ये तो थी नंदी हिल्स के बारे में कुछ बातें, नंदी हिल्स से थोड़ी ही दूर पर एक बहुत ही पुराना मंदिर है जो लगभग ९ वीं शताब्दी से भी पहले का बना हुआ हैं, जिसका नाम भोगनंदीश्वर मंदिर है और ये नंदी ग्राम में स्थित है। इस मंदिर को अभी भारत के हेरिटेज प्लेसेस में शामिल कर लिया गया है, मैं तो कहूंगा जब भी नंदी हिल्स जाये तो इस मंदिर को ज़रूर जायें। नंदी हिल्स के शीर्ष पर पार्क भी है जहा बच्चे खेल सकते हैं।
नंदी हिल्स में पैराग्लाइडिंग का लुफ़्त (Paragliding in Nandi Hills):
नंदी हिल्स के शीर्ष से आप मनमोहक नज़रो को और भी अच्छे से एन्जॉय करना चाहते है अगर आपको एडवेंचर स्पोर्ट्स पसंद है, तो देर किस बात की आप पैराग्लाइडिंग का लुप्थ उठा सकते हैं जिससे आप हवा में रहकर खूबसूरत नजरों का एन्जॉय कर सकते हैं। 4,500 से 4,850 फीट की ऊंचाई से 360° view का नज़ारा देख सकते हैं। पैराग्लाइडिंग करते समय अगर आपको वीडियो बनाने की आवश्यकता है तो 600 रुपये अतिरिक्त शुल्क देकर वीडियो बना सकते हैं। अगर तेज़ हवा, बारिश या ख़राब मौसम की स्थिति होती है तो गतिविधि रद्द हो सकती है।
और तो और आप नंदी हिल्स पर Trekking भी कर सकतें हैं। Trekking की दूरी लगभग 4-5 किलोमीटर है जो आपकी सिलेक्शन पर डिपेंड करता हैं की हिल्स के किस साइड से आप Trekking स्टार्ट कर रहे हैं। कुछ प्रमुख Trekking स्टार्ट पॉइंट्स : Base to Summit Route, Karanji Lake Route. नंदी हिल्स पर Trekking के लिए सबसे अच्छा समय सितंबर से फरवरी महीने का है।
नंदी हिल्स कैसे पहुंचें और कहाँ रूके (How to reach Nandi Hills and where to stay):
सड़क मार्ग: बेंगलुरु से नंदी हिल तक पहुँचने के लिए सबसे अच्छा साधन निजी वाहन या टैक्सी है। जाने का सही समय सुबह के 5 बजे.
निकटतम हवाई अड्डा: केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, बैंगलोर
निकटतम रेलवे स्टेशन: चिक्कबल्लापुर
नंदी हिल्स पर एक होटल है मयूरा पाइन जहाँ आप रूक सकते है और इसकी बुकिंग आप KSTDC की साइट https://www.kstdc.co/ से कर सकते हैं।
प्रमुख पॉइंट्स जो आपको जानना चाहिये नंदी हिल्स जाने से पहले:
1.) बहुत ही ज्यादा बंदरों का आतंक हैं इसलिए खाने पिने की चीजों का ख्याल रखें नहीं तो बंदर इसे तुरंत ही छीन लेते हैं, यहाँ तक आइसक्रीम भी।
2.) प्लास्टिक का उपयोग वर्जित है इसलिए प्लास्टिक से बने बोत्तल और कुछ भी चीज अंदर ले जाना मना हैं, इसलिए पहले ही इसका अल्टरनेटिव रख लें।
3.) सुबह के समय थोड़ी गुलाबी ठण्ड होती है तो गर्म कपडे अपने साथ रख सकते है।
4. Weekned के समय ज़्यादा भीड़ होती हैं, तो जितना जल्दी पहुंचे उतना ही अच्छा होगा।
5) नंदी हिल्स के शीर्ष पर कुछ खाने पिने की चीजें उपलब्ध हैं, या नंदी हिल्स से निचे आने के बाद आपको बहुत सारी रेस्टोरेंट्स मिल जायेंगे जहा आप ब्रेकफास्ट का आनंद उठा सकते हैं।
सारांश/निष्कर्ष:
नंदी हिल्स एक बहुत ही पॉपुलर टूरिस्ट प्लेस है जो बैंगलोर के नज़दीक हैं, जो लोगों को अपने प्राकृतिक सुंदरता के कारण आर्किषित करता हैं। जहां आप सुबह की सैर कर सकते हैं। मानसून के समय तो जब बादल शरीर से टकराता है तो मज़ा ही आ जाता हैं। जब आप बैंगलोर आ रहे है तो यहाँ जाने का प्लान ज़रूर बनाये।
FQA:
नंदी हिल्स किस लिए प्रसिद्ध है?
Answer: नंदी हिल्स बैंगलोर शहर के नज़दीक है और यहाँ का सूर्योदय बहुत ही मनमोहक होता हैं।
नंदी हिल्स किस दिन बंद रहता है?
Answer: नंदी हिल्स सभी दिन ओपन रहता हैं। सुबह के ६ बजे से शाम के सनसेट के बाद बंद हो जाता हैं।
नंदी हिल्स, की एंट्री टिकट की कीमत क्या है?
Answer: प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 15 रुपये है। सुबह के 4:00 बजे बेस्ट टाइम हैं अगर आप वीकेंड में जा रहे है, नहीं तो पार्किंग की समस्या होती हैं। हिल स्टेशन पर केवल 1,000 दोपहिया वाहनों और 300 हल्के मोटर वाहनों की पार्किंग की अनुमति है। इसलिए वीकेंड में पहले जाने उचित रहता हैं।
क्या नंदी हिल्स बहुत भीड़भाड़ वाला जगह है?
Answer: हाँ, अगर कोई फेस्टिवल हो या वीकेंड तब बहुत ही भीड़ बढ़ जाती है और पार्किंग की समस्या होती हैं। आप वीकएंड में इसे प्लान कर सकते हैं।
क्या हम स्कूटी से नंदी हिल्स जा सकते हैं?
Answer: हाँ, स्कूटी से नंदी हिल्स जाया जा सकता है लेकिन कम से कम 110 cc का स्कूटी होनी चाहिए ताकि हिल्स पर चढ़ने में कोई परेशानी न हो।
क्या हम कार से नंदी हिल्स जा सकते हैं?
Answer: हाँ, कार से जा सकते है नंदी हिल्स, अपना कार या रेंटल दोनों को जाने की परमिशन हैं।
नंदी हिल्स घूमने के लिए कौन सा समय सबसे अच्छा है?
Answer: ऐसे तो आप सभी दिन जा सकते हैं, लेकिन बरसात के समय (जून से सितंबर) मौसम सुहावना होता है जब हरियाली अपनी चरम सीमा पर होती हैं।
नंदी हिल्स में क्या पहनें?
Answer: मानसून में रेनकोट और सर्दियों में जैकेट ले जाना न भूलें। फिसलने वाले जूते पहनने से बचें।