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Toggleपटना में घूमने वाला जगह (Famous Places to Visit in Patna):
पटना में घूमने वाला जग़ह तो बहुत हैं पर इस लेख में पटना में जो बहुत ही जयादा famous जग़ह है उसी को उल्लेख कर रहे है जहां एक बार तो जरूर ही घूमने चाहिए। आप पटना आये और अच्छी अच्छी जग़ह नहीं घूमे तो मन में मलाल ही रह जायेगा की बिहार के राजधानी पटना गए और बढ़िया बढ़िया जगह गए ही नहीं, तो टेंशन नहीं लीजिये, बिना देरी के आगे बढ़ते है।
पटना की प्रसिद्ध जग़ह : Patna बिहार राज्य की राजधानी है और बहुत ही पुराना शहर है पटना का नाम अगर आप इतिहास के पन्नों में देखेंगे तो इसका नाम पाटलीपुत्र था। यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा हैं और इसी के वज़ह से यहाँ शाम को गंगा आरती होती हैं, तो एक शाम तो बनता है गंगा आरती देखने के लिए। अब हम आपको पटना के प्रसिद्ध जग़ह के बारे में बताते है जहां आपको एक बार जरूर visit करनी चाहिए। ऐसे मै पटना में लगभग सारे जगह घुम चूका हूँ जो मुझे लगा की सभी को इस जगह को visit करना चाहिए।
पटना में घूमने के लिए प्रसिद्ध स्थान (Famous Places To Visit in Patna):
- शहीद स्मारक
- गोलघर
- पटनदेवी मंदिर
- महावीर मंदिर
- तारामंडल
- पटना साहिब गुरुद्वारा
- संजय गांधी जैविक उद्यान (zoo)
- पटना संग्रहालय
- मरीन ड्राइव
1.) शहीद स्मारक (Martyr's Memorial)
शहीद स्मारक (Martyr’s Memorial): शहीद स्मारक शहीदों की बहादुरी का सम्मान के लिए बनवाया गया है। इस स्मारक को उन बहादुर नौजवानो को श्रंद्धांजलि देने के लिए बनाया गया जो अपने देश के तिरंगे के खातिर अपने प्राण निछावर कर दिए। जब अंग्रेजो के ख़िलाफ़ भारत छोड़ो आंदोलन जारी था तो उसी समय अगस्त 1942 में सात युवकों ने भारत के झंडे को सचिवालय भवन पर फहराने के प्रयास में शहीद हो गए, उन्ही शहीद हुए सात युवकों की प्रतिमा को सचिवालय भवन पर बनाया गया है। इस स्मारक को देखकर प्रेरणा मिलती है की अपनी स्वतंत्रता और एकता को किसी भी मूल्य पर हासिल कर सकते है और अपने समाज में सकारात्मक योगदान दे सकते है। इसलिए इस जग़ह को हम सबसे पहले स्थान पर रखे है जिसे आपको एक बार ज़रूर ही देखना चाहिए।
2.) गोलघर (Golghar):
गोलघर: जब आप पटना में है और गोलघर न देखा तो क्या देखा ! इसलिए हमारा अगला गंतव्य गाँधी मैदान के बगल में गोलघर है, जिसका मूल्य रूप से निर्माण अनाज को रखने के लिए किया गया था जिसे हम आम बोल चाल की भाषा में गोदाम कहते हैं। इसका निर्माण सत्र 1786 ई.में अंग्रोजों के कैप्टन जॉन गारस्टिन ने बनवाया था ताकि इसमें अगल बगल के इलाकों से सारा अनाज लाकर इसमें रख सके और बाद में इसको इंगलैंड भेज सकें। जब ये बात कारीगरों को पता चली तो, जो गोलघर का दरवाज़ा बाहर खुलना था उसको वो अंदर की ऒर खुलने वाला बना दिया। अंग्रजो का प्लान था अगर ये सक्सेस हुआ तो इसी तरह से पुरे भारत में गोलघर बना के अनाज को जमा किया जायेगा। जब गोलघर बन के तैयार हुआ तो इसमें साइड से 145 सीढ़ी बनाया गया ताकि अनाज को ऊपर ले जाकर उपर से गोलघर में डालकर स्टोर कर सके। इस गोलघर में एक ही बार अनाज रखा गया उसके बाद इसका गेट अंदर की ऒर खुलने के वजह से कभी खुल न सका, इसलिए ये प्लान अंग्रजो का फेल हो गया। जब ये बना था तो पटना में इससे बड़ी कोई ईमारत नहीं थीं। इस गोलघर के कहानी से आप समझ सकते है लोग अंग्रजो से इस तरह से परेशान थे की अपने दिमाग से उनका बैंड बजाने में कोई कसार नहीं छोड़ते थे।
प्रवेश शुल्क : पहले तो यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं था लेकिन अब इसे भारत की धरोहर के रूप में शामिल कर लिया गया है इसलिए 30 रूपया प्रवेश शुल्क रखा गया है।
3.) पटनदेवी मंदिर (Patandevi Temple):
पटनदेवी मंदिर: यह मंदिर पटना में सबसे पुराने मंदिरों में से एक हैं, इस मंदिर को माँ पटनेश्वरी के रूप में भी जाना जाता है, यहाँ पटनदेवी के दो मंदिर है एक बड़ी पटनदेवी और दूसरा छोटी पटनदेवी। ऐसा माना जाता है की देवी सती की दाहिनी जांघ यहाँ गिरी थीं, इसलिए इस मंदिर में देवी सती के 51 शक्तिपीठ में से एक इस मंदिर में विराजमान है, और इस मंदिर को हम बड़ी पटनदेवी के नाम से जानते है। पटना के नगर रक्षिका देवी पटनेश्वरी है जो छोटी पटनदेवी के नाम से जाने जाते है। इस मंदिर के परिसर में माँ काली, लक्ष्मी और सरस्वती की मूर्ति विराजमान है, माना जाता है सम्राट अशोका के समय ये दोनों मंदिर बहुत ही छोटे थे बाद में इस मंदिर को विस्तार कर अच्छे से बनवाया गया। नवरात्री के समय तो बहुत ही भीड़ हो जाती है माता के दर्शन के लिए इसलिए जब भी पटना आये तो आप देवी जी का दर्शन जरूर करें, क्युकी माना जाता है की जो भी यहाँ सच्चे मन से कुछ यहाँ मांगता है उसकी मनोकामना पुरी होती है।
4.) महावीर मंदिर (Mahavir Temple):
महावीर मंदिर:पटना में ये मंदिर सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है जिसे उत्तर भारत के दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक मंदिर माना जाता है क्युकी यह एक भारत का एक मात्र मंदिर है जहां हनुमान जी के दो विग्रह है एक विग्रह संकटमोचन के रूप में तो वही दूसरा विग्रह मनोकामना पूर्ण करने के रूप में विराजमान है जो की भारत के किसी और मंदिर में नहीं है। यह मंदिर पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन के पास में ही स्थित है, इस मंदिर का नैवैद्यम लड्डू बहुत ही प्रशिद्ध है जो सिर्फ बजंगबलि को भोग के रूप में चढ़ाया जाता है। जब भी पटना आये तो एक बार जरूर इस मंदिर में अपना मत्था टेक ले, माना जाता है की यहाँ पर सब की मनोकामना पूरी होती है।
5.) तारामंडल पटना (Indira Gandhi Planetarium, Patna):
तारामंडल पटना (Indira Gandhi Science Complex, Patna, Bihar): अगर आप खगोलशास्त्र में रूचि रखते है तो पटना का तारामण्डल बेस्ट है, जहा आप VR Box के जरिये खगोलशास्त्र के बारे में आसनी से हिंदी और English दोनों भाषा में जानकारी प्राप्त कर सकते है, अभी हाल ही में इसको अपग्रेड करके बहुत ही शानदार बना दिया गया है। इस तारामंडल में डेली के 8 शो 3D होते है जिसका टिकट आप ऑनलाइन इस साइट https://dstbihar.softelsolutions.in/Default.aspx पर जाकर बुक कर सकते हैं। प्रवेश शुल्क Adult के लिए 100 रूपया और 6 से 14 साल का 60 रूपया हैं, Foreigner के लिए 300 रूपया हैं।
6.) पटना साहिब गुरुद्वारा (Patna Sahib Gurudwara):
पटना साहिब गुरुद्वारा: पटना साहिब गुरुद्वारा पटना सिटी में स्थित है, जिसे पहले पुराना पटना से बुलाया जाता था। श्री गुरु गोबिंद सिंह का जन्मस्थान होने के कारण महाराजा रणजीत सिंह के द्वारा इस गुरुद्वारे को बनवाया था। यह गुरुद्वारा सिख धर्म को मानाने वालों के लिए तीर्थस्तल के रूप में जाना जाता है, यहाँ पर सिख धर्म के अनुयायी दुनिया के कोने कोने से आते है मत्था टेकने। यह जगह भी बहुत ही प्रसिद्ध है आप इस गुरुद्वारा में जा सकते है और वही पर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का एक संग्रहालय है जहां गुरु गोबिंद सिंह जी के इतिहास के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया गया है। यहाँ हर साल यहाँ प्रकाश पर्व धूम धाम मनाया जाता है, इस साल 2024 में 257वा प्रकाश पर्व मनाया गया, और इस पर्व को हर साल 15th से 17th जनवरी को मनाया जाता है।
7.) संजय गांधी जैविक उद्यान (zoo):
संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना : पटना में अगर शांति से कुछ समय बीतने चाहते है और आप Nature lover है तो पटना का चिड़ियाघर बेस्ट है, जहां पर आप विभिन्न प्रकार के जानवर और मछली घर में मछली देख कर अपना मन खुश रख सकते है। चिड़ियाघर के अंदर बैटरी वाली गाड़ी चलती है आप वो भी बुक कर सकते है। आप ऑनलाइन इस साइट से https://m.zoopatna.com टिकट की प्राप्ति कर सकते है या वही पर जा कर भी टिकट ले सकते हैं।
8.) पटना संग्रहालय (Patna Museum):
पटना संग्रहालय: पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते है और यहाँ पर 50000 से अधिक रेयर बस्तुएं रखें हुए है जिसे आप देख कर और उसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। यह संग्रहालय उन लोगों को ज्यादा अच्छा लग सकता है जिन्हें इतिहास में रूचि रखते है। पटना का संग्रहालय सोमबार को बंद रहती है इसलिए visit का प्लान आप दूसरे दिन कर सकते है।
9.) मरीन ड्राइव (Marine Drive):
मरीन ड्राइव (Marine Drive):पटना में अगर गंगा नदी के किनारे ठंडी हवा का आनंद लेना है तो ये जगह बेस्ट है क्युकी यहाँ पर स्ट्रीट फ़ूड की भरमार है। अगर आप फ़ूड प्रेमी है तो इस जगह को मिस मत कीजियेगा, मै जब मरीन ड्राइव गया था वहां का लिट्टी और चिकेन और उसके बाद खेल वाला आइसक्रीम खाया, जिससे मेरी शाम बहुत ही शानदार हो गयी तो देर मत कीजिये और विताइये एक शाम मरीन ड्राइव पर और कमेंट में जरूर बताइए की आपने खाने में क्या try किया था, और अगर ये पोस्ट अच्छा लगा हो तो कमेंट में I Love Bihar जरूर लिखें।
चलते चलते जानते है, बिहार का लिट्टी-चोंखा का श्री राम से कैसे जुड़ी है मान्यता?
बिहार के बक्सर के पंचकोशी परिक्रमा मेला जिस मेले में लिट्टी और चोंखा अपना एक महवत्वपूर्ण स्थान रखता हैं। इस मेले में लोग दूर-दूर से लिट्टी और चोंखा गोयठा के आग पर बना कर गंगा स्नान के बाद खाते है। ऐसा माना जाता है की राक्षसी ताड़का ने जब ऋषि मुनि के यग को भंग करके परेसान कर रही थी तब श्री राम और श्री लक्ष्मण महर्षि विश्वामित्र के साथ यहाँ राक्षसी ताड़का का बध करने आये थे, उसके पश्चात पंचकोसी के पांच ऋषि मुनि से मिलने और उनका आशीर्वाद लेने के उनके आश्रम गए थे और पाँचो दिन अलग-अलग पकवान का प्रसाद ग्रहण किया था, जिसमें लिट्टी और चोंखा अपने अंतिम पड़ाव यानी पाँचवे दिन पर गंगा स्नान के बाद खाया था, और उन ऋषियों से आशीर्वाद प्राप्त किया। उसी वक़्त से यहाँ पर इस परंपरा को लोग मानते आ रहे हैं। यह कह सकते है की ये जो मेला है वो लिट्टी और चोंखा का मेला हैं जो बिहार में एक अपना स्थान रखता है । अगर बिहार के पकवान का नाम आता है तो सबसे पहले स्थान पर लिट्टी-चोंखा ही रहता हैं।
सारांश/निष्कर्ष:
सारांश/निष्कर्ष: और अंत में मै ये कहूंगा पटना में है तो बहुत कुछ लेकिन इस लेख में कुछ जगहों के बारे में ही बताया है, और भी बहुत सारी जगहें है जैसे: कुम्हरार, बुद्धा स्मर्ति पार्क, अशोका राजपथ इत्यादि। और जितने भी जगह ऊपर में उल्लेखित है सब अपने आप में प्रमुख और प्रसिद्ध है, हमारा बिहार ऐसा है जहां गौतम बुद्धा, सम्राट अशोका, आर्यभट्ट, गुरु गोविन्द सिंह की जन्मभूमि है। खाने पिने से ले कर इतिहास के पन्नो तक कही से भी बिहार किसी से काम नहीं हैं और भारत का एक गौरवशाली राज्य के रूप में जाना जाता है।
FQA:
बिहार का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कौन सा है?
Answer: बिहार में ककोलत झरना, बोधगया का बुद्धा मंदिर, नालंदा का विश्वविद्यालय का खंडहर, विक्रमशिला, सोनपुर का पशु मेला, नवलखा पैलेस, शेर शाह सूरी का मकबरा, पटना साहिब का गुरुद्वारा, विश्व शांति स्तूप, आदि बिहार में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थान हैं।
बिहार का प्रसिद्ध भोजन क्या है?
Answer: बिहार में वैसे तो बहुत सारी प्रसिद्ध व्यंजन है पर लिट्टी चोखा बिहार के सबसे प्रसिद्ध व्यंजनों में से एक है। और पर दिन जो खाना खाया जाता है वो चावल, गेंहू की रोटी, आलू वाला चोंखा, सब्ज़ी जो उस सीजन में उपलब्ध हो। कुछ प्रसिद्ध मिठाई : खोया लाई, खोया का अनरसा, गया का तिलकुट, अरवल का प्रसिद्ध ख़ुरमा, लिच्चरगंज का पेड़ा, सिलाव का खाजा, वरामा का वारा इत्यादि।
बिहार का प्रसिद्ध त्योहार कौन सा है?
Answer: बिहार में मुख्य त्यौहार "छठ पूजा" का है। यह सूर्य देवता को समर्पित एक प्राचीन हिंदू त्यौहार है, जो दिवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है, जो इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को दर्शाता है। छठ पूजा बिहार के लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखती है, जो प्रकृति और पूजनीय गंगा नदी के साथ उनके गहरे आध्यात्मिक संबंध का प्रतीक है।
बिहार का सबसे लोकप्रिय शहर कौन है?
Answer: वैसे तो बिहार में सभी शहरों का अपना स्थान है और अपने आप में लोकप्रिय है अपनी इतिहास और प्राकृतिक कारणों से, लेकिन पटना बिहार का सबसे लोकप्रिय शहर है और यह बिहार की राजधानी भी है।
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